Saturday 15 December 2018

हाँ, पता है



• हाँ, पता है •

हाँ, पता है कल सुबह क्लास है तुम्हारी
पर मैं बोल रहा हूँ कि मत जाओ

कितनी मुश्किल से तो आया हूँ
अपनी क्लासें छोड़-छाड़ के
टिकट कटा के हड़बड़ में
और तुम्हारी बालियां भी
टेबल पर ही पड़ी रेह गईं

इतनी जल्दी-जल्दी आया हूँ
शायद लाइट भी चालू ही रह गई
और बृश-पेस्ट भी स्टेशन पर ही खरीदा था
इस्लिये मैं बोल रहा हूँ कि

हाँ, पता है कल सुबह क्लास है तुम्हारी
पर मैं बोल रहा हूँ कि मत जाओ

क्या रखा है ऐसा क्लास में
कुछ ग्राफ़, कुछ आन्सर और वही
कुछ घिसेपिटे ढ़र्रे
हम करते हैं ना वो गुफ्तगू
जो एक अरसे से नहीं कर पाए
और फिर उन्हीं सिढ़ियों पर बैठ कर
बुनेंगे इक ताना-बाना
तेरे मेरे सपनों का
इस्लिये मैं बोल रहा हूँ कि

हाँ, पता है कल सुबह क्लास है तुम्हारी
पर मैं बोल रहा हूँ कि मत जाओ



~ निशांत

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